आज मधुबनी में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, एनएसयूआई के डॉ. राशीद फाखरी के नेतृत्व में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष किसान कांग्रेस श्री अशोक कुमार, पूर्व मुखिया नाजीरपुर, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष रहिका मोहम्मद साबिर, और मोहम्मद रफीक उपस्थित रहे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया मधुबनी दौरे और उनकी घोषणाओं की खोखलापन को उजागर करना था। डॉ. फाखरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के बावजूद मधुबनी में रोजगार सृजन के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने बताया कि चीनी मिल, मखाना उत्पादन, और जल उपलब्धता जैसे मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं हुई है। भूजल स्तर के अत्यधिक नीचे जाने से जल संकट गहरा गया है। इसके अलावा, 13 नंबर गुमटी पर भीड़ के कारण ओवरब्रिज की आवश्यकता है, जो अभी तक पूरी नहीं हुई। मामूली बारिश में भी शहर जलमग्न हो जाता है, जो प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है।
डॉ. फाखरी ने रोजगार के लिए उद्योगों की कमी पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “मधुबनी में कोई नई इंडस्ट्री नहीं लगाई गई, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके।” इसके साथ ही उन्होंने पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या का जिक्र करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “इस मुद्दे को धार्मिक रंग देकर ध्रुवीकरण करने के बजाय, सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।”
नोटबंदी के दावों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद को रोकने का वादा खोखला साबित हुआ, क्योंकि देश आज भी आतंकवाद का शिकार है। देश में बढ़ती महंगाई ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया है।
बिस्फी विधानसभा के मुद्दों पर बोलते हुए डॉ. फाखरी ने कहा कि वहां की जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। उन्होंने बिस्फी में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि कांग्रेस इस दिशा में सक्रिय रूप से काम करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस संगठन को मजबूत करने और जनता के बीच अपनी पहुंच बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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