मधुबनी। नए साल में जिले के खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है। खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत जिले से भेजे गए सात प्रस्तावों में से चार को मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी फुलपरास अंचलाधिकारी द्वारा भेजे गए सभी चार प्रस्तावों को मिली है। वहीं, रहिका, बिस्फी और बेनीपट्टी से आए प्रस्तावों को मानकों के आधार पर रिवाइज किया जा रहा है।
तीन प्रस्ताव हुए खारिज, रिवाइज का काम जारी
जिले से भेजे गए सात प्रस्तावों में से तीन प्रस्ताव मैदान के क्षेत्रफल के मानक पूरे न करने के कारण खारिज हो गए। इन्हें दोबारा सुधार कर भेजने की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि, कई अंचलों का प्रस्ताव अंचलाधिकारी की लापरवाही और उदासीनता के कारण मुख्यालय तक नहीं पहुंच सका। डीएम की सख्ती के बाद पंचायत स्तर से आठ नए प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके लिए 117/160 वर्गमीटर स्थान की आवश्यकता है।
मशाल कार्यक्रम: ओलंपिक की पृष्ठभूमि तैयार करने की पहल
नए साल की शुरुआत के साथ ही जिले में विभिन्न खेल गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसमें सबसे अहम मशाल कार्यक्रम है, जो ओलंपिक जीत की पृष्ठभूमि तैयार करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। जिले के 1006 मध्य विद्यालय और 419 माध्यमिक विद्यालय के बच्चे इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। अंडर-14 और अंडर-16 के दो समूहों में बच्चों की एथलेटिक्स क्षमता का आकलन स्कूल स्तर से ही शुरू होगा।
खेल सप्ताह का आयोजन
दो से नौ जनवरी तक जिले के सभी स्कूलों में खेल सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इसमें पंजीकृत बच्चों की प्रतिभा का आकलन होगा। स्कूल स्तर पर सफल प्रतिभागी 15 से 18 जनवरी के बीच संकुल स्तर पर भाग लेंगे, जिसके बाद प्रखंड और जिला स्तर पर उनकी क्षमता का आकलन किया जाएगा।
खेल विकास को मिलेगा बढ़ावा
जिला खेल उपाधीक्षक नीतीश कुमार ने बताया कि इन प्रयासों से जिले में खेल के विकास को बढ़ावा मिलेगा। बेहतर आधारभूत संरचना और गतिविधियों के माध्यम से बच्चों और युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन मंच मिलेगा।
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